बागपत:- "मैं ट्रैन से आ रहा था और सुनहेड़ा रेलवे स्टेशन पर कुछ लोगो ने मेरे साथ मारपीट की मैं बेहोश हो गया जब होश आया तो मेरी दाढ़ी कटी हुई थी"
बागपत कोतवाली में बैठा फारुख नाम का शख्स जब अपनी कहानी पुलिस कप्तान को बता रहा था तो बागपत पुलिस को पसीने आ रहे थे लेकिन थोड़ी ही पूछ ताछ में फारुख ने यू टर्न लिया और अब जो फारुख बता रहा था वो फारुख के शातिराना दिमाग की ऐसी कहानी थी जो सब कुछ बयान कर रही थी।
दरअसल बागपत का रहने वाला फारुख छाता बनाने का काम करता है और उसने बागपत में हुए इज़तमे से प्रभावित हो कर दाढ़ी रख ली थी लेकिन अब वो दाढ़ी कटवाना चाहता था लेकिन मजहबी छीछालेदार से बचने के लिए फारुख ने एक ऐसी कहानी गढ़ डाली की पुलिस हक्की बक्की रह गयी फारुख ने बताया कि सारी कहानी सिर्फ समाज के तानों से बचने के लिए गढ़ी थी, हालांकि फारुख अब अपने किये पर पछता रहा है।
एक मुस्लिम की जबरदस्ती दाढ़ी काटने का ये वाकया आज सुबह ही सोशल मीडिया पर छा गया जिसके चलते बागपत पुलिस हरकत में आई और जब फारुख से पूछ ताछ की गई तो ये सारा मामला ही फ़र्ज़ी निकला।
इस हाई प्रोफाइल मामले में बागपत के पुलिस कप्तान प्रताप गोपेन्द्र यादव ने बताया कि ये सारा मामला फारुख की दिमाग की उपज था और पुलिस की पूछ ताछ में फारुख ने कबूल किया कि उसके साथ कोई घटना नही हुई थी बल्कि उसने समाज के डर से दाढ़ी कटने की झूठी कहानी प्रचारित की थी।
रिपोर्टर:- विवेक कौशिक