नौटंकी का नगाड़ा गूंजते ही, रामलीला मैदान खचाखच


इटावा:- रामलीला महोत्सव में रविवार की रात नौटंकी के नगाड़े और नक्कारे की गूंज ने ऐसी धूम मचाई कि लोककला प्रेमी खिंचे चले आये और भीड़ के सारे रिकॉर्ड ध्वस्त हो गए।


महोत्सव के लकदक सांस्कृतिक मंच पर पहली बार नौटंकी का आयोजन उत्तरप्रदेश संस्कृति विभाग के सौजन्य से किया गया था। कौशाम्बी से संतोष एंड पार्टी और इटावा से अनीस एंड पार्टी द्वारा लाये गए कलाकारों से सुसज्जित नौटंकी का कार्यक्रम जैसे ही रात नौ बजे समिति प्रबन्धक राजीव बबलू और व्यवस्था प्रभारी अजेंद्र सिंह गौर द्वारा उद्घाटन करने के साथ हुआ, वैसे ही नगाड़ा गूंजने लगा और लेडिस कलाकारों द्वारा सरस्वती वंदना की गई।  फिर सुप्रसिद्ध एतिहसिक नाटक " राजा भर्तृहरि " का मंचन शुरू हुआ। 


एक ब्राह्मण द्वारा दिव्य मछली राजा भरत्रहरी को देने और उसको पकाकर खाने वाले को चक्रवर्ती राजा बनने का वरदान दिया। राजा ने अपनी मां को मछली पकाने को दी। मां पकाती ,इस बीच खुशबू लगने से भर्तृहरि का भाई राजा विक्रमादित्य आ जाता और मछली खा लेता। यह बात भृतरहरी को पता चलती। तो वह दुखी होता कि वह अब चक्रवर्ती राजा नही बने पाएगा। 


बाद में कहानी आगे बढ़ती और पत्नी और कारिंदा की साजिश से भृतरहरी वैराग्य लेते हैं। 


नौटंकी देख लोग दंग रह गए और सबेरे तीन बजे तक  डटे रहे। अनीस पार्टी की लेडीज कलाकारों ने अपने नृत्यों और अदाओं से युवाओं को मदमस्त कर दिया।


भारी पुलिस व्यवस्था के अलावा रामलीला समिति के मंत्री हीरालाल गुप्ता, रामनरेश यादव पप्पू, राजीव माथुर, कृष्णपाल भदौरिया, रतन पांडेय, निखिल गुप्ता, ब्रह्माशंकर गुप्ता आदि ने व्यवस्था संभाली।


रिपोर्टर:- सुबोध पाठक