बरेली:- पॉलीथिन के खिलाफ बरेली कॉलेज के विधि विभाग के प्रोफेसर डॉ प्रदीप कुमार ने अनूठी मुहिम शुरू की है। डॉ प्रदीप शादी-बारात या किसी भी तरह का निमंत्रण पत्र पॉलीथिन में पैक करके लाने वालों के यहां जाने जाने से साफ इनकार कर देते हैं। करीब 2 साल पहले ऐसा करने वाले वह बरेली के अकेले इंसान थे। मगर, अब उनकी इस मुहिम से बरेली कॉलेज के तमाम छात्र व समाज सेवी संस्था जागर के सदस्य भी जुड़ गए हैं। युवा पीढ़ी को कानून पढ़ाने वाले डॉ प्रदीप कुमार ने लंबे समय से अलग-अलग सामाजिक मुद्दों को जोरदार ढंग से उठाते रहे हैं। पॉलीथिन पर प्रतिबंध लगाने के लिए उन्होंने जागर संस्था के जरिये कई बार नगर निगम, शासन व प्रशासन को लिखा। कई कोशिशों के बाद भी सिस्टम नहीं जागा तो उन्होंने पॉलीथिन के विरोध का अनूठा तरीका अपनाया। उन्होंने ऐसे सभी कार्यक्रमों में जाना बंद कर दिया जहां पॉलीथिन का इस्तेमाल होता है। इसकी शुरुआत शादियों से की। शादी, नामकरण या किसी अन्य कार्यक्रम का निमंत्रण पॉलीथिन में लेकर आने वालों को घर में बैठाकर चाय पिलाते और फिर निमंत्रण पत्र वापस कर देते। इस ताने के साथ कि अगर आप पॉलीथिन नहीं छोड़ सकते तो मैं खुद को आपसे नहीं जोड़ सकता। उनकी इस मुहिम पर सबसे पहले उनके करीबी दोस्तों ने ही सवाल उठाए। दरअसल, उनके पॉलीथिन विरोध को देखते हुए लोग कार्डों की पॉलीथिन निकालने के बाद उन्हें न्यौता देते। मगर शादी में प्लास्टिक का इस्तेमाल होता देख वह वापस लौट आते। ऐसे में परिवार के लिए कई बार अजीबोगरीब स्थिति खड़ी हो जाती।
बरेली ब्यूरो:-कपिल यादव