बरेली:- फतेहगंज पश्चिमी। नॉन इंटरलॉकिंग कार्य में ठेकेदार के साथ काम करने वाले पिता- पुत्र की परसाखेड़ा यार्ड में अंत्योदय एक्सप्रेस से कटकर मौत हो गई। इस मामले में लोको पायलट से पूछताछ को बरेली जंक्शन पर उतारा गया। करीब 45 मिनट तक ट्रेन खड़ी रही। जीआरपी जंक्शन पंचनामा भरकर पोस्टमार्टम कराएगी। अमरोहा जिले के डिंडोली थाना क्षेत्र में गांव बरखेड़ा निवासी मोहम्मद यूसुफ और उनका बेटा मोहम्मद समीर रेल में ठेकेदार के साथ काम करते थे। सोमवार को परसाखेड़ा स्थित याद में नॉन इंटरलॉकिंग का काम चल रहा था। इसी बीच अंत्योदय एक्सप्रेस आ गई। जिसमें पिता-पुत्र ट्रेन की चपेट में आ गए। जिससे दोनों की मौके पर ही मौत हो गई। वहां पर मौजूद अन्य प्राइवेट कर्मचारियों ने इसको लेकर हंगामा किया। जीआरपी-आरपीएफ और सिविल पुलिस ने पिता-पुत्र के शव पोस्टमार्टम भेजे गए। बरेली जंक्शन पर अंतोदय एक्सप्रेस को रोका गया। लोको पायलट को उतार कर घटना की जानकारी ली गई। दूसरे चालक की ड्यूटी लगाकर गाड़ी को रवाना कराया गया। जीआरपी इंस्पेक्टर किशन अवतार का कहना है, पिता-पुत्र ठेकेदार के साथ रेलवे में काम करते थे। परसाखेड़ा यार्ड में नॉन इंटरलॉकिंग कार्य के चलते पिता-पुत्र पर काम कर रहे थे। ट्रेन की चपेट में आकर दोनों की मौत हो गई। पोस्टमार्टम कराकर शव अमरोहा के बरखेड़ा गांव भेजे जाएंगे।।
बरेली ब्यूरो:- कपिल यादव